2 Lafzon ki Kahani
Monday, February 27, 2017
Saajish
मेरा कत्ल
करने की
उसकी
साजीश तो देखो
करीब से
गुज़री तो
चेहरे से
पर्दा हटा लिया
Friday, February 10, 2017
Waqt
Na jameen chaheye na jayadad.....
Mujhe to teri
zindgi
ka har pal chaheye....
woh bhi abhi k abhi
Kismat
"जहाँ खामोश फिजा थी, साया भी न था;
हमसा कोई किस जुर्म में आया भी न था!
न जाने क्यों छिनी गई हमसे हंसी;
हमने तो किसी का दिल दुखाया भी न था!
Sharbati Aankhein
Teri
Ankhon
mein hum ne kiya dekha,
Kabhi katil kabhi khuda dekha......
Thursday, February 9, 2017
Dhokha
साँसों का टूट जाना तो दस्तूर है कुदरत का..
जिस मोड़ पर अपने बदल जाये उसे मौत कहते हैं !!
Bewefa zindgi
"बिछड़ के तुम से ज़िंदगी सज़ा लगती है;
यह साँस भी जैसे मुझ से ख़फ़ा लगती है;
तड़प उठता हूँ दर्द के मारे, ज़ख्मों को जब तेरे शहर की हवा लगती है;
अगर उम्मीद-ए-वफ़ा करूँ तो किस से करूँ;
मुझ को तो मेरी ज़िंदगी भी बेवफ़ा लगती है।
Wednesday, February 8, 2017
Dard
"दर्द अगर काजल होता तो आँखों में लगा लेते;
दर्द अगर आँचल होता तो अपने सर पर सजा लेते;
दर्द अगर समुंदर होता तो दिल को हम साहिल बना लेते;
और दर्द अगर तेरी मोहब्बत होती तो उसको चाहत-ऐ ला हासिल बना लेते।
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Success
अभी काँच हूँ इसलिए सबको चुभता हूँ, ♦जिस_दिन☝🕵 आइना बन _जाऊँगा , उस दिन पूरी दुनियाँ देखेगी ...!!
Bewefa zindgi
"बिछड़ के तुम से ज़िंदगी सज़ा लगती है; यह साँस भी जैसे मुझ से ख़फ़ा लगती है; तड़प उठता हूँ दर्द के मारे, ज़ख्मों को जब तेरे शहर की हवा लगती...
Kismat
"जहाँ खामोश फिजा थी, साया भी न था; हमसा कोई किस जुर्म में आया भी न था! न जाने क्यों छिनी गई हमसे हंसी; हमने तो किसी का दिल दुख...
Dhokha
साँसों का टूट जाना तो दस्तूर है कुदरत का.. जिस मोड़ पर अपने बदल जाये उसे मौत कहते हैं !!